WhatsApp Group Join Now
Telegram Channel Join Now
patanjali-university-bharatnatyam-kathak-dance-classes-admission-open

Admission Open: पतंजलि विश्वविद्यालय में भरतनाट्यम और कथक नृत्य कक्षाएं

पतंजलि योगपीठ में स्वामी रामदेव जी के मार्गदर्शन में अब भारतीय शास्त्रीय नृत्य की शिक्षा का भी शुभारंभ हो गया है। गुरु मां संध्या जी के कुशल निर्देशन में भरतनाट्यम नृत्य की कक्षाएं शुरू की गई हैं, जिससे भारतीय संस्कृति और कला के इस महत्वपूर्ण पहलू को बढ़ावा मिलेगा।

पतंजलि में पूज्य संध्या जी के द्वारा भरतनाट्यम डांस एवं कथक डांस शुरू किया गया है, संध्या जी को संगीत का बहुत बड़ा गुरु कहा जा सकता है। अभी तक प्रमाणिक संगीत का संस्थान ना के बराबर था लेकिन अब पतंजलि में पूज्य संध्या जी ने पतंजलि योगपीठ को संगीत का घराना बना दिया है अब आप पतंजलि में एमए बीए के साथ एक वर्ष का भरतनाट्यम का डिप्लोमा भी ले सकते हैं।

भारत ऋषि के द्वारा लिखा गया नाट्यशास्त्र अप्रतिम है जो भी व्यक्ति भारत ऋषि के द्वारा लिखा गया नाट्यशास्त्र पढ़ लेता है वो दुनिया का श्रेष्ठतम वक्ता, श्रेष्ठतम अभिनय करता हो एवं उस व्यक्ति को करोड़ों लोगों के साथ कैसे कोडिनेशन, कम्युनिकेशन करना है एवं उनके साथ कैसे एकात्मकता स्थापित करना है इसका बोध हो जाता है। भरतनाट्यम के 108 सूत्र सबको याद होना चाहिए।

पाठ्यक्रम विवरण

पतंजलि विश्वविद्यालय के प्राच्य विद्या एवं मानविकी संकाय द्वारा निम्नलिखित पाठ्यक्रम प्रदान किए जा रहे हैं:

  • एमपीए (MPA): भारतीय संगीत, भरतनाट्यम नृत्य और कथक नृत्य में मास्टर डिग्री
  • डिप्लोमा: भारतीय संगीत, भरतनाट्यम नृत्य और कथक नृत्य में डिप्लोमा कोर्स

विशेष सुविधाएं

  • आजीवन ब्रह्मचारियों और संन्यासियों के लिए 100% शुल्क में छूट
  • शास्त्र स्मरण के माध्यम से ₹11 लाख तक का पुरस्कार धन
  • अनुभवी गुरुओं द्वारा प्रशिक्षण
  • आधुनिक सुविधाओं से युक्त परिसर

प्रवेश प्रक्रिया

वर्तमान में प्रवेश खुले हैं। इच्छुक छात्र निम्नलिखित माध्यमों से संपर्क कर सकते हैं:

  • फोन: 01334-273600
  • मोबाइल: 8954555111, 9451585755

क्यों चुनें पतंजलि विश्वविद्यालय?

  1. प्रामाणिक शिक्षा: भारतीय शास्त्रीय नृत्य की परंपरागत और प्रामाणिक शिक्षा
  2. आध्यात्मिक वातावरण: योग और आध्यात्मिकता के साथ नृत्य का समन्वय
  3. NAAC द्वारा A+ ग्रेड: गुणवत्तापूर्ण शिक्षा का प्रमाण
  4. रोजगार के अवसर: प्रशिक्षण के बाद शिक्षण और प्रदर्शन के क्षेत्र में अवसर

कौन कर सकता है आवेदन?

  • कला और संस्कृति में रुचि रखने वाले छात्र
  • भरतनाट्यम या कथक नृत्य सीखने के इच्छुक व्यक्ति
  • संगीत और नृत्य के क्षेत्र में करियर बनाने के इच्छुक युवा

पतंजलि विश्वविद्यालय में भरतनाट्यम और कथक नृत्य की शिक्षा प्राप्त करके न केवल आप एक कुशल कलाकार बनेंगे, बल्कि भारतीय संस्कृति और परंपरा के संरक्षण में भी अपना योगदान देंगे। स्वामी रामदेव जी का यह प्रयास भारतीय कला और संस्कृति को नई पीढ़ी तक पहुंचाने का एक सराहनीय कदम है।

अधिक जानकारी के लिए पतंजलि विश्वविद्यालय की आधिकारिक वेबसाइट पर जाएं या उपरोक्त दिए गए नंबरों पर संपर्क करें।

Important Links

ऑफिशियल नोटिस देखेंClick Here
पतंजलि यूनिवर्सिटी का ऑफिशियल वेबसाइट देखेंClick Here
हमारा टेलीग्राम और व्हाट्सप्प ज्वाइन करेंTelegram | WhatsApp

Also Read:- समविद गुरुकुलम शुल्क संरचना 2025–26

Leave a Comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *